बस्ती- नगर थाने के परसादपुर में 18 माह की मासूम ईशू उर्फ आयशा की गला घोंटकर हत्या की
आरोपी मां दीपमाला की संपत्ति कुर्क होगी। न्यायालय ने एक महीने पहले ही नोटिस जारी कर दीपमाला को हाजिर होने का आदेश दिया था। अनुपालन न होने पर नगर थाने में शुक्रवार को न्यायालय के आदेश के उल्लंघन का मुकदमा दर्ज किया गया। जांच कर रहे प्रभारी निरीक्षक सतानंद पांडेय ने बताया कि न्यायालय से आदेश मिलते ही उसकी संपत्ति कुर्क कर ली जाएगी।
कलवारी थाने के केंवचा गांव निवासी श्याम बिहारी परिवार सहित गुजरात रहते हैं। सूरत में पली-बढ़ी दीपमाला की शादी प्रसादपुर निवासी दुर्गा प्रसाद से 2018 में हुई। नौ जून 2020 को दिन में करीब 11 बजे नगर थाने के प्रसादपुर निवासी दुर्गा प्रसाद की 18 माह की बेटी ईशू उर्फ आयशा की बिस्तर पर लाश मिली थी। पत्नी दीपमाला भी उसी समय से लापता है। मृतका के पिता दुर्गा प्रसाद की तहरीर पर पुलिस ने उसकी मां दीपमाला की गला घोंटकर हत्या के आरोप में मुकदमा दर्ज किया। तभी से पुलिस को उसे तलाश रही है। मामले में पुलिस आरोप पत्र दाखिल कर चुकी है।
क्या मानेंगे दीपमाला का सामान
पुलिस ने कुर्की की नोटिस देने का काम तो डुग्गी-मुनादी से चला लिया। लेकिन कुर्की करने के लिए उसे दीपमाला का सामान और संपत्ति तय करने में खासी मशक्कत करनी होगी। कारण यह कि वादी पति है और बेटी की ही हत्या के आरोप में उसकी कुर्की होनी है। परेशानी यह है कि ससुराल की जो संपत्ति दुर्गा प्रसाद की है, वह दीपमाला की भी है। विवेचक सतानंद पांडेय का कहना है कि ससुराल यानी प्रसादपुर में दीपमाला के घर से जो दीपमाला का सामान होगा, सिर्फ उसे ही कुर्क किया जाएगा।
मायके वालों की अलग कहानी
सरकारी इंजीनियर की गाड़ी चलाने वाले दुर्गा प्रसाद ने पुलिस को बयान दिया कि पत्नी बार-बार अपने पिता के पास गुजरात जाने की जिद कर रही थी। लॉकडाउन के कारण वह नहीं भेज पाया। इसी जिद में बेटी का कत्ल कर पत्नी अपने पिता के पास भाग गई। वहीं सूरत रहने वाले दीपमाला के पिता श्याम बिहारी ने एसपी को शिकायती पत्र भेजकर कहा कि ससुराल के लोगों ने दीपमाला व उसकी पुत्री आयशा की हत्या कर दी। दीपमाला का शव गायब कर और उसी पर ईशू की हत्या का आरोप मढ़ दिया। एसपी हेमराज मीणा का कहना है कि पुलिस सभी पहलुओं पर छानबीन कर रही है। चूंकि न्यायालय की प्रक्रिया चलती रहेगी। सबसे बड़ी चुनौती दीपमाला के संबंध में सही जानकारी हासिल करना है। जिसकी कोशिश जारी है।