वित्त मंत्री द्वारा पेश किए गए आम बजट में इस बार उद्योग जगत को खूब तवज्जो मिली है। कच्चे माल की कीमत बढऩे के कारण पिछले कुछ समय से संकट के दौर से गुजर रहे लोहा एवं स्टील उद्योग को सीमा शुल्क में कमी कर संजीवनी दी गई है। स्टील सेक्टर से जुड़ी कई इकाइयां गोरखपुर में हैं। हजारों मीट्रिक टन सरिया का उत्पादन करने वाला गैलेंट इस्पात लिमिटेड जहां अपनी इकाई का विस्तार करने जा रहा है वहीं गीडा में ही करीब 450 करोड़ रुपये की लागत से अंकुर समूह की एक एकीकृत इकाई स्थापित होने जा रही है। भारी उद्योगों के अलावा कई छोटी इकाइयां भी स्थापित हैं। एक अनुमान के मुताबिक गोरखपुर में करीब छह हजार करोड़ रुपये का सालाना कारोबार लोहा एवं स्टील सेक्टर में हो रहा है। ऐसे में स्टील सेक्टर के लिए महत्वपूर्ण इस क्षेत्र के लडख़ड़ाते उद्योग को बजट से काफी ताकत मिलेगी।
कच्चे माल की कीमत होगी कम
गैलेंट समूह के अध्यक्ष चंद्र प्रकाश अग्रवाल का कहना है कि सीमा शुल्क में कमी होने से कच्चे माल की कीमत कम होगी। इससे निश्चित रूप से छोटी इकाइयों को फायदा होगा। उत्पाद की कीमत भी कम होगी। बजट में कोई नया कर न लगाना बेहतर है। आधारभूत संरचना के लिए काफी अ'छा प्रावधान किया गया है। इससे रोजगार बढ़ेगा।
उद्यमी ओम प्रकाश जालान का कहना है कि इस बजट में लोहा एवं स्टील सेक्टर के लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं। क'चे माल की कमी होने के कारण दाम काफी बढ़ गए थे। इकाइयों में उत्पादन भी कम था, जिससे छोटी इकाइयों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। सीमा शुल्क कम करने के प्रावधान से बाहर से माल आने से क'चे माल की कीमत में कमी आएगी और उत्पादों के दाम घटने से लोगों को भी राहत मिलेगी।