बस्ती- रात में हाईवे पर पुलिसवालों ने की लुटेरों जैसी हरकत, SP ने मुकदमा दर्ज कराकर 3 को किया सस्‍पेंड

  देवरिया- कार से बिहार जा रहे वाराणसी और बलिया के लोगों से 17 हजार से ज्यादा की अवैध वसूली और धमकी के मामले में देवरिया के चौकी इंचार्ज समेत तीन पुलिसकर्मियों के खिलाफ भ्रष्टाचार का केस दर्ज किया गया है। एसपी ने तीनों को निलम्बित भी कर दिया है।.

वाराणसी जिले के खोजवा बाजार के रहने वाले रजत कुमार मिश्र पुत्र घनश्याम मिश्र 30 मई की रात अपनी कार से बलिया जिले के दो रिश्तेदारों के साथ बिहार के चम्पारण जा रहे थे। वह देवरिया के भागलपुर पुल से उतरकर पेट्रोल पंप पर तेल भरवाकर निकल रहे थे। इसी बीच एक ट्रक ने कार को ठोकर मार दी। इसे लेकर कार और ट्रक चालक के बीच विवाद होने लगा। मईल थाने के भागलपुर पुलिस चौकी के हेड कांस्टेबल कमलेश यादव और कांस्टेबल उदय प्रताप राय मौके पर पहुंचे। पुलिसकर्मियों ने कार सवार लोगों पर फर्जी एआरटीओ बनकर वसूली का आरोप लगाते हुए उनकी पिटाई कर दी व मुकदमा दर्ज कर जेल भेजने की धमकी दी। 

इससे बचने के लिए पुलिसवालों ने 50 हजार रुपये की मांग की। रजत मिश्र ने आरोप लगाया कि दीवान कमलेश यादव ने तलाशी के नाम पर उनकी जेब से 7200 रुपये निकाल लिए। इसके बाद उन्हें पुलिस चौकी लाए। चौकी पर प्रभारी अमित पांडेय और पैसों की डिमांड करने लगे। पीड़ित ने अपने रिश्तेदार दुर्गेश कुमार मिश्र से आनलाइन थाने के हेड कांस्टेबल उदय प्रताप राय के खाते में दस हजार रुपये भेजवाया। इसके बाद पुलिस ने कार सवार तीनों लोगों को छोड़ा। पिछले दिनों इस मामले की शिकायत रजत कुमार मिश्र ने पुलिस अधीक्षक से की व वीडियो और कुछ ऑडियो क्लिप भी पुलिस अधीक्षक को सौंपी। एसपी ने बरहज के सीओ से इसकी जांच कराई। उसमें शिकायत की पुष्टि हुई। एसपी के निर्देश मईल पुलिस ने शुक्रवार को भागलपुर पुलिस चौकी के प्रभारी अमित पाण्डेय, हेड कांस्टेबल कमलेश शादव और हेड कांस्टेबल उदय प्रताप राय के विरुद्ध धारा 323, 504, 506, 342 आईपीसी और 7/13 भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया। देर शाम को एसपी ने तीनों को निलम्बित भी कर दिया।

हेड कांस्टेबल का हो गया था एकौना तबादला
भागलपुर पुलिस चौकी पर कार चालक से मारपीट कर रुपये लेने के कुछ दिन बाद ही पुलिसकर्मी उदय प्रताप राय का तबादला हो गया था। वह रुद्रपुर सर्किल के एकौना थाने में तैनात है।

वाराणसी के एक व्यक्ति ने पुलिसकर्मियों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए शिकायत की थी। जांच कराने पर मामला सही मिला। इस मामले में चौकी इंचार्ज समेत तीन के विरुद्ध मईल थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है।